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परिचय
गर्भावस्था एक विशेष समय होता है जब एक बच्चा माँ के पेट के अंदर बढ़ता है। प्रेगनेंसी के पहले तीन महीने में डॉक्टर सोनोग्राफी करने की सलाह देते है जिसे डेटिंग स्कैन ( Dating Scan ) कहा जाता है। इस सोनोग्राफी में भावी माता पिता अपने बच्चे को पेहली बार सोनोग्राफी के तस्वीरों के जरिये देखते है। गर्भावस्था के दौरान यह वास्तव में एक रोमांचक और महत्वपूर्ण क्षण होता है। हम आपको इस ब्लॉग पोस्ट में डेटिंग स्कैन ( Dating Scan ) के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी देंगें।
गर्भावस्था में अल्ट्रासाउंड ( Ultrasound in Pregnancy)
गर्भावस्था के दौरान, माँ के पेट के अंदर बच्चे की तस्वीरें लेने के लिए डॉक्टर अल्ट्रासाउंड नामक एक विशेष मशीन का उपयोग करते हैं। वे इन चित्रों को बनाने के लिए ध्वनि तरंगों का उपयोग करते हैं, और इससे उन्हें यह देखने में मदद मिलती है कि बच्चा कैसे बढ़ रहा है और क्या सब कुछ ठीक लग रहा है। गर्भावस्था के दौरान ऐसा करना एक सुरक्षित और सामान्य बात है, और इससे डॉक्टरों को यह सुनिश्चित करने में मदद मिलती है कि बच्चा स्वस्थ है और सही समय पर पैदा होगा।
आमतौर पर सामान्य गर्भावस्था के विभिन्न सप्ताहों में अल्ट्रासाउंड या सोनोग्राफी करने की सलाह दी जाती है। निचे दिए गए टेबल में हम इस बारेमे जानेंगे।
क्रमांक | अल्ट्रासाउंड का नाम | प्रेग्नन्सी के कौन से सप्ताह मे कीया जात है ? |
1 | डेटिंग स्कैन ( Dating Scan ) | 7 से 10 सप्ताह |
2 | एनटी स्कैन ( NT Scan ) | 11 से 13 सप्ताह |
3 | एनोमली स्कैन ( Anomaly Scan ) | 18 से 22 सप्ताह |
4 | ग्रोथ स्कैन 1 ( Growth Scan 1 ) | 28 से 32 सप्ताह |
5 | ग्रोथ स्कैन 2 ( Growth Scan 2 ) | 36 से 40 सप्ताह |
इसके अलावा भी अगर डॉक्टर को प्रेग्नन्सी मे कोई परेशानी लगती है तो डॉक्टर ऊपर दिए गए 5 अल्ट्रसाउन्ड से ज्यादा बार भी अल्ट्रसाउन्ड करने की सलाह दे सकते है।
इस ब्लॉग में हम एनटी स्कैन के बारे में विस्तार से जानेंगे।
डेटिंग स्कैन ( Dating Scan ) वास्तव में क्या है?
डेटिंग स्कैन ( Dating Scan ), जिसे अक्सर डेटिंग अल्ट्रासाउंड भी कहा जाता है, एक प्रकार की सोनोग्राफी है जिसमे आपके शरीर के अंदर की बढ़ते हुवे बच्चे की तस्वीरें बनाने के लिए ध्वनि तरंगों का उपयोग करती है। यह सोनोग्राफी गर्भावस्था की शुरुआत में आमतौर पर 7 वें और 10वें सप्ताह के बीच की जाती है। सप्ताहों की गणना अंतिम मासिक धर्म (आखरी पीरियड) की पहली तारीख से की जाती है।
डेटिंग स्कैन ( Dating Scan ) क्यों किया जाता है?
- गर्भ में बढ़ता हुवा बच्चा कितने सप्ताह का है ( Accurate Gestational age in weeks ) इसका सटीक निर्धारण करने के लिए।
- ईडीडी (EDD) जानने के लिए, जो कि बच्चे की डिलीवरी की अपेक्षित तारीख है।
- बच्चे के दिल की धड़कन (FHR) की जांच करने के लिए। शिशु की दिल की धड़कन आमतौर पर गर्भावस्था के 6 सप्ताह से सोनोग्राफी में पहचानी जाने लगती है।
- एक्टोपिक गर्भावस्था (गर्भाशय के बाहर प्रेग्नेंसी रुकना) का निदान करने के लिए। एक्टोपिक गर्भावस्था (Ectopic Pregnancy) का अगर जल्दी पता न लगाया जाए तो यह माँ के जीवन के लिए खतरा हो सकता है। एक्टोपिक गर्भावस्था के बारे में अधिक जानने के लिए यहां क्लिक करें।
डेटिंग स्कैन ( Dating Scan ) महत्वपूर्ण क्यों है?
1.डिलीवरी तारीख का पता लगाना:
यह जानना महत्वपूर्ण है कि आप कितने सप्ताह की गर्भवती हैं। इससे डॉक्टरों को यह सुनिश्चित करने में मदद मिलती है कि आपका बच्चा अच्छी तरह से बढ़ रहा है और यह पता लगा सकता है कि आप कब बच्चे को जन्म देंगी (EDD)। यह उन महिलाओं मे बहुत जरूरी है जिनको आखरी पीरियड की तारीख पता नाही है या प्रेग्नन्सी रहने से पहले जिनके पीरियड रेग्युलर या महीने के महीने नाही आते थे। यदि डिलीवरी की सही तारीख पता नाही है, तो बच्चे की डिलीवरी के समय समस्याएँ पैदा हो सकती हैं।
2. जुड़वाँ या अधिक बच्चे देखना:
डेटिंग स्कैन ( Dating Scan ) माँ के पेट के अंदर बच्चे की एक विशेष तस्वीर लेने जैसा है। यह दिखा सकता है कि क्या वहां एक से अधिक बच्चे पल रहे हैं। यदि एक से अधिक हैं, तो माँ की जाँच करने और अधिक सावधानी से देखभाल करने की आवश्यकता होगी क्योंकि इसमे कुच कॉम्पलीकेशन हो सकते है। इसीलिए इसका जल्दी पता लगाना महत्वपूर्ण है ताकि माँ और बच्चे स्वस्थ रहें।
3. बच्चे की धड़कन चेक करना:
डेटिंग स्कैन ( Dating Scan ) बच्चे के दिल की धड़कन की जांच करने के लिए भी मदद करता है। खासकर अगर बच्चे के विकास के बारे में कोई चिंता है या यदि आपने रक्तस्राव या पेट में दर्द का अनुभव किया है।
डेटिंग स्कैन की प्रक्रिया कैसी है?
1. तैयारी:
यह सुनिश्चित करने के लिए कि आपका मूत्राशय भरा हुआ है, आपको स्कैन से पहले खूबसारा पानी पीने के लिए कहा जाएगा। इससे आपके बच्चे की स्पष्ट तस्वीरें प्राप्त करना आसान हो जाता है। इसके अलावा आप अल्ट्रासाउंड से पहले अपना नियमित नाश्ता या भोजन भी कर सकते हैं। अल्ट्रासाउंड के लिए खाली पेट की जरूरत नहीं है।
2. जेल लगाना:
अल्ट्रासाउंड में सहायता के लिए आपके पेट पर एक स्पष्ट, ठंडा जेल फैलाया जाएगा।
3. अल्ट्रासाउंड उपकरण:
स्कैन करने वाले डॉक्टर या रेडियोलॉजिस्ट एक छोटे हाथ में पकड़ने वाले उपकरण का उपयोग करते है जिसे अल्ट्रासाउंड ट्रांसड्यूसर कहा जाता है। ट्रांसड्यूसर के ऊपर जेल लगाया जात है और इसे पेट के ऊपर से घुमाया जाता है।
4. बच्चे के सोनोग्राफी की तस्वीरें
ट्रांसड्यूसर को आपके पेट के ऊपर धीरे से घुमाया जाता है, और यह आपके शरीर में ध्वनि तरंगें भेजता है। जब ये ध्वनि तरंगें अंदर की संरचनाओं से टकराकर वापस आती हैं, तो वे तस्वीरों में बदल जाती हैं जो स्क्रीन पर दिखाई देती हैं। इन तस्वीरों को देख कर डॉक्टर रिपोर्ट बनाते है। ध्यान दें कि अल्ट्रासाउंड तरंगें शिशु के लिए सुरक्षित हैं और शिशु को कोई नुकसान नहीं पहुंचाती हैं।
5.बच्चे का माप लेना:
स्वास्थ्य सेवा प्रदाता आपके बच्चे को सिर से नीचे तक मापेगा, जिसे क्राउन-रंप लंबाई (सीआरएल) के रूप में जाना जाता है। वे दिल की धड़कन और किसी रक्तस्राव या असामान्य संकेत की भी जांच करते हैं।
6. आपकी डिलीवरी की तारीख:
इन सभी मापों के आधार पर, सोनोलॉजिस्ट आपकी डिलीवरी की तारीख (EDD) की गणना करते है।
7. यादगार तस्वीरें:
अक्सर, आपको स्मृति चिन्ह के रूप में अपने बच्चे की तस्वीरें मिलेंगी, जिन्हें आप संजोकर रख सकते हैं और दोस्तों और परिवार को दिखा सकते हैं।
स्कैन के दौरान क्या अपेक्षा करें
– इस प्रक्रिया आमतौर पर कोई दर्द नाही होता है। जब ट्रांसड्यूसर आपके पेट के चारों ओर घुमाया जाता है तो आपको थोड़ा दबाव महसूस हो सकता है, लेकिन चिंता की कोई बात नहीं है।
– स्कैन में आमतौर पर 15-30 मिनट लगते हैं, यह इस पर निर्भर करता है कि आपका शिशु की गर्भ मे पोजीशन कैसी है और तस्वीरें कितनी स्पष्ट हैं।
– आपको स्क्रीन पर वास्तविक समय में अपने बच्चे की तस्वीरें देखने को मिलती हैं। यह एक रोमांचकारी अनुभव है, और स्वास्थ्य सेवा प्रदाता आपको शिशु के दिल की धड़कन सुनने की सुविधा भी दे सकता है।
निष्कर्ष
डेटिंग स्कैन ( Dating Scan ) आपकी गर्भावस्था यात्रा के सबसे रोमांचक हिस्सों में से एक है। यह आपके बच्चे के विकास और आपकी प्रसव तिथि के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान करता है, साथ ही आपको अपने बच्चे की पहली झलक देखने और बच्चे के दिल की धड़कन सुनने की सुविधा भी देता है। चिकित्सीय पहलू से परे, यह आपके बच्चे के साथ जुड़ाव का एक खूबसूरत क्षण है, और उसके स्वास्थ्य को सुनिश्चित करने का एक मौका है
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्नों
डेटिंग स्कैन ( Dating Scan ) क्या है?
डेटिंग स्कैन ( Dating Scan ) एक गर्भावस्था अल्ट्रासाउंड है जो गर्भावस्था के शुरुआती चरणों में आमतौर पर 7 वें और 10 वें सप्ताह के बीच किया जाता है। इसका प्राथमिक उद्देश्य गर्भवती महिला के पेट मे बढ़ता हुवा बच्चा कितने हफ्तों का है यह सटीक रूप से निर्धारित करता है जिससे डिलीवरी की तारीख निर्धारित की जाती है। इस स्कैन मे बच्चे की धड़कन और बच्चे की वृद्धि और विकास ठीक है या नाही यह भी देखा जाता है।
डेटिंग स्कैन ( Dating Scan ) कब किया जाता है?
गर्भावस्था के दौरान डेटिंग स्कैन ( Dating Scan ) की सलाह आमतौर पर गर्भावस्था के 7 से 10 सप्ताह में दी जाती है, जिसकी गणना आखिरी मासिक धर्म (पीरियड) के पहले दिन से की जाती है।
क्या डेटिंग स्कैन ( Dating Scan ) से बच्चे के लिंग का पता चल सकता है
नहीं, डेटिंग स्कैन ( Dating Scan ) से शिशु के लिंग का पता नहीं चल सकता।
भारत में डेटिंग स्कैन ( Dating Scan Price ) की कीमत क्या है?
भारत में डेटिंग स्कैन ( Dating Scan ) की लागत स्थान और स्वास्थ्य सेवा प्रदाता के आधार पर भिन्न हो सकती है। आज के समय मे डेटिंग स्कैन की कीमत लगभग ₹1,000 से ₹3,000 या अधिक तक हो सकती हैं। ज्यादा जानकारी के लिए अपने क्षेत्र में स्थानीय क्लीनिकों या अस्पतालों से संपर्क कारें।
डेटिंग स्कैन ( Dating Scan ) कितना सटीक ( Accurate ) hota है?
गर्भावस्था के 7 से 10 सप्ताह के बीच किए जाने वाला डेटिंग स्कैन ( Dating Scan ) आम तौर पर काफी सटीक होते हैं, जिनमें लगभग 3-5 दिनों की त्रुटि की संभावना होती है। इस स्कैन मे दी गई डिलीवरी डेट सबसे सटीक या Accurate मानी जाती है।
क्या डेटिंग स्कैन ( Dating Scan ) अल्ट्रासाउंड के लिए खाली पेट रहना जरुरी है?
डेटिंग स्कैन ( Dating Scan ) गर्भावस्था अल्ट्रासाउंड के लिए आमतौर पर उपवास की आवश्यकता नहीं होती है। लेकिन बच्चे की स्पष्ट तस्वीर दिखने के लिए मूत्राशय पूर्ण रूप से भरा होना जरुरी है। इसलिए डेटिंग स्कैन से पहले बहोत सारा पानी पीने की सलाह दी जाती है।
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