Anomaly Scan in Hindi


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डॉक्टर आमतौर पर प्रेग्नन्सी के 5 वें से 6 वें महीने (18 से 22 सप्ताह) के दौरान एनोमली स्कैन (Anomaly Scan) की सलाह देते हैं। यह शिशु के विकास की निगरानी करने और शिशु में किसी भी विसंगति या व्यंग का पता लगाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। Anomaly Scan in Hindi इस ब्लॉग में, हम जानेंगे कि एनोमली स्कैन क्या है, यह क्यों महत्वपूर्ण है, इसे आम तौर पर कब किया जाता है, और इसकी प्रक्रिया कैसे होती है।

एनोमली या व्यंग का क्या मतलब है? (What is an Anomaly?)

एनोमाली का मतलब माँ के गर्भ में पल रहे बच्चे का असामान्य (Abnormal) विकास होना जिसके कारण बच्चे का मानसिक या शारीरिक विकास नॉर्मल नाही होता है। अगर आसान शब्दों में कहा जाये तो शिशु के शरीर की किसी भी भाग की असामान्य विकास को एनोमली या व्यंग कहा जाता है। प्रेग्नन्सी में एनोमली के उदाहरणों में हृदय दोष, कटे होंठ या तालु, न्यूरल ट्यूब दोष (जैसे स्पाइना बिफिडा), डाउन सिंड्रोम जैसे क्रोमोसोमल विकार और अन्य एनॉमली शामिल हैं जो बच्चे के शारीरिक या समग्र विकास को प्रभावित करते हैं।

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एनोमली स्कैन क्या है? (What is Anomaly Scan?)

एनोमली स्कैन, जिसे मिड-प्रेग्नन्सी अल्ट्रासाउंड या लेवल II अल्ट्रासाउंड के रूप में भी जाना जाता है, एक विस्तृत और व्यापक अल्ट्रासाउंड / सोनोग्राफी परीक्षण है जो प्रेग्नन्सी की दूसरी तिमाही के दौरान, आमतौर पर लगभग 18-22 सप्ताह के दौरान की जाती है। यह स्कैन बच्चे के विकास, शारीर की रचना और समग्र विकास का आकलन करने के लिए किया जाता है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि बच्चे में कोई एनोमाली या व्यंग तो नहीं है।

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एनोमली स्कैन क्यों महत्वपूर्ण है? (Why is Anomaly Scan Important?)

1. शीघ्र पता लगाना:

एनॉमली स्कैन महत्वपूर्ण हैं क्योंकि वे प्रेग्नन्सी की शुरुआत में ही संभावित समस्याओं का पता लगाने में मदद कर सकते हैं। किसी भी समस्या की पहले से पहचान करने से डॉक्टरों को सर्वोत्तम संभव परिणामों के लिए उचित कदम उठाने मे मदत मिलती है।

2. मन की शांति:

भावी माता-पिता के लिए, एनोमली स्कैन मानसिक शांति प्रदान करता है। अपने बच्चे के विकास को देखने और यह जानने से कि वे स्वस्थ हैं, चिंता कम हो सकती है और आगामी आगमन के लिए आपका उत्साह बढ़ सकता है।

3. सूचित विकल्प:

यदि एनोमली स्कैन किसी एनॉमली या व्यंग का खुलासा करता है, तो यह माता-पिता को उनकी प्रेग्नन्सी के बारे में सूचित निर्णय लेने के लिए जानकारी प्रदान करता है, जैसे कि प्रेग्नन्सी को समाप्त करना है या प्रेग्नन्सी को जारी रखना है और अपने बच्चे के लिए आवश्यक देखभाल की योजना बनाना है।

एनोमली स्कैन कब किया जाता है? (When Anomaly Scan is Performed?)

एनोमली स्कैन आमतौर पर प्रेग्नन्सी के 18-22 सप्ताह के बीच किया जाता है। यह समय एनॉमली स्कैन के लिए आदर्श समय होता है क्यूँ के इस समय तक बच्चे के शरीर के अधिकांश अंगों का विकास हुवा होता है और बच्चे के शरीर के लगभग सभी पार्ट्स अल्ट्रसाउन्ड मे दिखाई देते है। 

एनॉमली स्कैन की प्रक्रिया कैसे होती है? (What to Expect During the Anomaly Scan)

प्रिस्क्रिप्शन: भारत में पीसीपीएनडीटी अधिनियम के अनुसार प्रेग्नन्सी के दौरान किसी भी अल्ट्रासाउंड के लिए एक पंजीकृत मेडिकल प्रैक्टिशनर या डॉक्टर का प्रिस्क्रिप्शन या रेफरल पत्र अनिवार्य है।

1. तैयारी: स्कैन से पहले, आपको पानी पीने और मूत्राशय भरा होने के लिए कहा जा सकता है। यह एक स्पष्ट अल्ट्रासाउंड छवि बनाने में मदद कर सकता है।

2. प्रक्रिया: आपको जांच के बेड पर लेटाया जाएगा और आपके पेट पर एक जेल लगाया जाएगा। जेल यह सुनिश्चित करता है कि अल्ट्रसाउन्ड प्रोब (सोनोग्राफी मशीन का हाथ मे पकड़नेवाला पार्ट) और आपकी त्वचा अच्छा संपर्क स्थापित करें और जांच सुचारू रूप से चलती रहे। डॉक्टर शिशु की तस्वीरें खींचने के लिए हैंडहेल्ड प्रोब का उपयोग करेंगे।

3. अवलोकन: अल्ट्रासाउंड डॉक्टर बच्चे के सिर, रीढ़, हृदय, गुर्दे, हाथ-पैर और अन्य अंगों की जांच करेंगे। वे बच्चे के शरीर के विकास को भी मापेंगे और बच्चे के आसपास एमनियोटिक द्रव (बच्चे के आसपास का पानी) की मात्रा की जाँच करेंगे।

5. परिणाम: स्कैन के बाद, डॉक्टर छवियों और मापों की समीक्षा करेंगे, और आपके साथ निष्कर्षों पर चर्चा करेंगे। ज्यादातर मामलों में, रिपोर्ट नॉर्मल होता है, और आप खुशी और राहत से भरे दिल के साथ अल्ट्रसाउन्ड सेंटर से बाहर निकलेंगे।

6. संभावित फॉलो अप : यदि स्कैन से कोई व्यंग या एनॉमली का पता चलता है, तो आपके  डॉक्टर समस्या का और अधिक पता लगाने के लिए अतिरिक्त परीक्षण या विशेषज्ञों के साथ परामर्श की सिफारिश कर सकते है।

एनोमली स्कैन कितना सटीक है? (How Accurate is the Anomaly Scan?)

एनोमली स्कैन की सटीकता काफी अधिक होती है, आमतौर पर 85% से 95% तक। हालाँकि, यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि यह सभी एनॉमली का पता नहीं लगा सकता है, और गलत सकारात्मक या नकारात्मक परिणाम ( false positives or negatives report ) हो सकते हैं। बच्चे की स्थिति, डॉक्टर का अनुभव और उपकरण की गुणवत्ता जैसे घटक स्कैन की सटीकता को प्रभावित कर सकते हैं। संदिग्ध एनॉमली या अनिर्णायक परिणामों (In cases of suspected anomalies or inconclusive results) के मामलों में, सबसे सटीक निदान और उचित देखभाल सुनिश्चित करने के लिए विशेषज्ञों के साथ आगे के परीक्षण या परामर्श की सिफारिश की जाती है।

एनॉमली स्कैन का खर्च (Anomaly Scan Cost)

भारत में, वर्तमान में एनोमली स्कैन की लागत आमतौर पर 2,000 से 5,000 भारतीय रुपये तक होती है, जो आपके द्वारा चुने गए स्थान और स्वास्थ्य देखभाल सुविधा पर निर्भर करती है। कीमतें अलग-अलग हो सकती हैं, इसलिए सही खर्च को जानने के लिए विशिष्ट क्लिनिक या अस्पताल से जांच करना उचित है।

निष्कर्ष

एनोमली स्कैन प्रेग्नन्सी के 18 से 22 वे हफ्ते मे की जाने वाली एक सोनोग्राफी है। यह प्रसवपूर्व देखभाल का एक अनिवार्य हिस्सा है, जो गर्भ मे बढ़ते हुए बच्चे मे एनॉमली या व्यंग का पता लगाने का एक महत्वपूर्ण साधन है। ज्यादा तर एनॉमली स्कैन नॉर्मल होते है। अगर स्कैन मे कोई एनॉमली या व्यंग दिखाई देता है तो विशेषज्ञों के साथ आगे के परीक्षण या परामर्श करना आवश्यक है।

अक्सर पूछे जाने वाले सवाल

एनोमली स्कैन क्या है? (What is Anomaly Scan?)
एनॉमली स्कैन के लिए कौन सा सप्ताह सबसे अच्छा है?
क्या एनोमली स्कैन बच्चे का लिंग बता सकता है?
क्या मैं एनॉमली स्कैन से पहले खा सकती हूँ?
क्या एनोमली स्कैन दर्दनाक है?
एनोमली स्कैन की कीमत क्या है? (Anomaly Scan Price)

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